ओंकारेश्वर / तड़के 2.45 बजे भगवान को लगाया भोग और प्रारंभ हो गए ज्योतिर्लिंग के दर्शन, शनिवार रात 10 बजे तक खुले रहेंगे पट

ओंकारेश्वर. महाशिवरात्रि पर्व पर शुक्रवार तड़के 3 बजे से भगवान ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन शुरू हो गए। मंदिर में तड़के 2.45 बजे भगवान को भोग लगाने के बाद श्रद्धालुओं को दर्शन कराना शुरू कर दिया गया था। शुक्रवार को अपराह्न 4 बजे भोलेनाथ का नियमित श्रृंगार और रात में शयन आरती नहीं होगी।
मंदिर के कपाट शनिवार को रात 10 बजे बंद होंगे। श्रद्धालु लगातार 43 घंटे भगवान ओंकारेश्वर के ज्योतिर्लिंग के दर्शन कर सकेंगे। महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। मंदिर में दर्शन के लिए पुराने व झूला पुल से आने वाले श्रद्धालु उसी रास्ते से वापस लौट रहे है। झूला पुल से आने वाले श्रद्धालुओं को शनि मंदिर के पास से मंदिर के मुख्य द्वार से प्रवेश दिया जा रहा है। प्रशासन के अनुसार शुक्रवार को एक लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं द्वारा भगवान के दर्शन किए जाने की संभावना व्यक्त की गई है।



रविवार अमावस्या तक रहेगी विशेष सुरक्षा
महाशिवरात्रि 21 लेकर 23 फरवरी रविवार को अमावस्या तक ओंकारेश्वर में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। एसडीएम ममता खेड़े के अनुसार रविवार तक तीन दिन तक सुरक्षा व्यवस्था जारी रखी जाएगी।


43 घंटे श्रद्धालुओं के जल से होगा भोले का अभिषेक
मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार से पहले श्रद्धालुओं द्वारा लाया गया जल एक पात्र में लिया जा रहा है। यहां से मोटर के माध्यम से जल सीधे भगवान ज्योतिर्लिंग पर 43 घंटे तक लगातार चढ़ाया जा रहा है। पूजन-सामग्री को भी मंदिर में नहीं ले जाने दिया जा रहा है। दर्शन से पहले प्रसादी बाहर ही रखवाई जा रही है।